अल्मोड़ा/भिकियासैंण। धन तेरस व दीपावली के अवसर पर भारत के निवासियों द्वारा की जा रही खरीददारी से अर्थव्यवस्था के उछाल को देखकर विश्व के अर्थ शास्त्री बेशक हैरान हैं लेकिन पहाड़ों के छोटे बाजार घटती बिक्री से परेशान हैं |
यहाँ नगर पंचायत भिकियासैंण के व्यापारियों ने पिछले सालों के बदले इस बार व्यापार बहुत कम बताया। जिसे सीधे सीधे पलायन का असर माना जा रहा है।
इस अवसर पर लम्बी छुट्टियों और मुख्य त्यौहार के कारण मैदानी क्षेत्र का कर्मचारी वर्ग भी अपने घरों को चला जाता है और वहीँ बड़े बाजारों में खरीददारी करता है वह नुक्सान भी पहाड़ को ही होता है।
कुल मिलाकर सारी आस दीवाली के दिन की बिक्री पर लगी है लेकिन वह भी अब कम होती जा रही है क्योंकि शहरों से गांव में आने वालों द्वारा जो खरीद की जाती है वो आने वाले भी कम हो गए हैं।
जिनके घरों में कोई है ही नहीं पूरा परिवार ही वहां है वह गाँवों में क्यों आएगा और गांवों में संख्या वैसे ही बहुत कम है। ऐसे बहुत से कारणों से पहाड़ के छोटे बाजारों की अर्थव्यवस्था डांवाडोल है।















