उत्तराखंड में एक नया कथित भर्ती घोटाला सामने आया है. मामला गंगोत्री विधायक के भतीजे से जुड़ी नाैकरी का है. उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने आरोप लगाया है कि बिना भर्ती निकाले ही विधायक के भतीजे को नियुक्ति दे दी गई।
बरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष ने अवैध नियुक्ति को तत्काल निरस्त करने, दोषित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं विधायक के समर्थन इसका बचाव कर रहे हैं. कुल मिलाकर इसको लेकर सोशल मीडिया का माहौल गरमाया हुआ है।
आइए जानते हैं कि मामला क्या है? विधायक के भतीजे को कैसे बिना भर्ती निकाले नौकरी मिल गई? किस विभाग से जुड़ा ये मामला है?
आउटसोर्स में JE बना विधायक का भतीजा, 35 हजार सैलरी
असल में उत्तराखंड बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार ने साेशल मीडिया में इस भर्ती को लेकर मोर्चा खोला हुआ है. बाॅबी पंवार ने आरोप लगाया है कि गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान के भतीजे आकाश चौहान को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में जूनियर इंजीनियर (JE) आउटसोर्स के तौर पर तैनाती दी गई है और उसका वेतन 35 हजार रुपये महीना है।
बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार क कहना कि सूचना के अधिकार अधिनियम 2025 के तहत इस भर्ती को लेकर सूचना मांगी गई थी।
प्राप्त सूचना में पता चला है कि इस पद को भरने के लिए न ही कोई विज्ञापन जारी किया और न ही परीक्षा या इंटरव्यू आयोजित हुआ. सीधे विधायक के भतीजे को इस पद पर नौकरी दी गई।















