डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में सबसे आगे बैठे एस जयशंकर, यह तस्वीर नहीं भारत की धमक है

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वाशिंगटन। अमेरिका को नया राष्ट्रपति मिल गया. डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।

चार साल बाद दूसरी बार सत्ता में उनकी वापसी हुई. अमेरिका में बहुत अधिक ठंड की वजह से शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल रोटुंडा (संसद भवन के केंद्रीय कक्ष) में आयोजित किया गया।

भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शपथ ग्रहण समारोह के मेहमान थे. वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष दूत के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।

जब उनकी अमेरिका से तस्वीर सामने आई, तो बहुत से लोगों को हैरानी हुई. तस्वीर देख लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा था. दरअसल, वह तस्वीर कोई आम तस्वीर नहीं. यह बदलते भारत की तस्वीर है. यह नए इंडिया की तस्वीर है।

जी हां, विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को डोनाल्ड ट्रंप के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. डोनाल्ड ट्रंप सामने पोडियम पर शपथ ले रहे थे।

उनके ठीक सामने पीएम मोदी के हनुमान यानी जयशंकर बैठे थे. कैपिटल रोटुंडा में हुए डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री जयशंकर सबसे आगे की पंक्ति में बैठे थे. विदेश मंत्री एस जयशंकर की इसी तस्वीर ने दिखा दिया कि यह बदलते भारत की बदलती तस्वीर है।

राष्ट्रपति वाली लाइन में जयशंकर

जयशंकर जिस पहली पंक्ति में बैठे थे, उसी पंक्ति में इक्वाडोर के राष्ट्रपति भी थे. भारत की अहमियत इसी बात से समझी जा सकती है. जयशंकर ने ने ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीरों को अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया. उन्होंने लिखा समारोह में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात है।

उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘आज वाशिंगटन डीसी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करना एक बड़े सम्मान की बात है.’ सूत्रों का कहना है कि जयशंकर डोनाल्ड ट्रंप की खातिर पीएम मोदी का संदेश वाला एक लेटर भी लेकर गए थे।

भारत की धमक दिखाती तस्वीर

अमेरिका के लिए भारत कितना अहम है, यह इन तस्वीरों से समझा जा सकता है. शपथ ग्रहण समारोह में भारत के विदेश मंत्री को पहली पंक्ति में ट्रंप के ठीक सामने बिठाना. फिर ट्रंप का मंच से जयशंकर की ओर देखकर सीधे मुखातिब होना।

यह दिखाता है कि अब अमेरिका ही नहीं, दुनिया का नजरिया भारत के प्रति बदला है. अब दुनियाभर में भारत की धमक बढ़ी है. जयशंकर ने जो फोटो शेयर की है, उसमें ट्रंप जयशंकर की ओर मुखातिब नजर आते हैं।

भारत की परंपरा के अनुरूप गए जयशंकर

दरअसल, किसी भी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री की उपस्थिति राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विशेष दूत भेजने की भारत की सामान्य प्रथा के अनुरूप है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मई 2023 में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था, जबकि तत्कालीन पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने नवंबर 2023 में मालदीव के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था।

कौन-किस राष्ट्रपति के शपथ में शामिल हुए

वहीं, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल जुलाई में ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था और विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गरेटा ने अक्टूबर 2024 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और मैक्सिको के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था।

उन्होंने कहा कि जून 2022 में, तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री राज कुमार रंजन सिंह ने फिलीपींस के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था।


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