हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी के नगर अध्यक्ष फौजी भुवन पांडे के नेतृत्व में पहाड़ी आर्मी के कार्यकर्ता नगर कोतवाली में पहुंचे ।
जहां उन्होंने कोतवाली में तहरीर दी मगर कोतवाली में मौजूद अधिकारी ने तहरीर लेने से मना कर दिया।
उसके बाद भुवन पांडे अपने साथियों के साथ धरने में बैठ गये धरने में बैठते ही कार्यकर्ताओं की भीड़ आने लगी तब जाकर 4:00 बजे तहरीर पर ली गई।
तहरीर में कहा गया की 30 सितंबर 2025 को बुद्ध पार्क हल्द्वानी में बेरोजगारों के लिए आंदोलन हो रहा था जहां पर पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष आमरण में बैठे थे उसी दिन सोशल मीडिया में एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हुआ।
जिसमें आंदोलन के संचालक अपने क़ो गैर राजनीतिक व्यक्ति बताने वाला वार्ड नंबर 17 का पार्षद वन्देमातरम ग्रुप का अध्यक्ष शैलेन्द्र दानू चिल्ला चिल्ला कर सार्वजनिक स्थल पर हरीश रावत को ब्लैकमेल और दमुवा दूंगा आंदोलन में 20 लख रुपए लेने का आरोप लगाया।
साथ में स्वाभिमान मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र कोरंगा बौखलाते हुए जनता के आंदोलन को खुद का आंदोलन बताते हुए हरीश रावत को आंदोलन में बैठने से नाराजगी जाहिर कर रहा था।
जिस वीडियो को लाखों लोग देख चुके है जिस कारण संगठन और संगठन के अध्यक्ष पर सवाल खड़े हो रहे है और उनकी छवि धूमिल हो रही है।
उन्होंने कहा शैलेंद्र दानू और भूपेंद्र कोरंगा की मोबाइलों की भी कॉल डिटेल्स की जांच की जाए क्योंकि उनके बौखलाने के कृत्य से यह संभावनाएं से इनकार नहीं किया जा सकता है कि उन्होंने युवाओं को ढाल बनाकर अपनी राजनीति चमकाई और सत्ता दल के साथ समझौता किया।
जिससे उत्तराखंड की चिंता करने वालों की संवेदनाओं पर धक्का लगा और युवा बेरोजगार अपने आप को इस आंदोलन से ठगा महसूस करने लगे।
उन्होंने कहा इस पूरे प्रकरण की गहन जांच की जाए और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए यदि यह कार्रवाई नहीं की जाएगी तो पहाड़ी आर्मी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
इस दौरान जिला अध्यक्ष फौजी राजेंद्र कांडपाल महिला जिला अध्यक्ष प्रेमा मेर नगर अध्यक्ष कविता जीना, रमा पाण्डे, कंचन रौतेला, गीता बिष्ट,अंजू पांडे,नीमा भट्ट लोकेश सनवाल, हरेंद्र राणा आदि दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।















