रानीखेत। स्वर्गीय जयदत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में अर्थशास्त्र विभाग की परिषद के अंतर्गत उत्तराखंड के 25 वर्ष के आर्थिक विश्लेषण विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसका शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पांडे द्वारा उत्तराखंड के पच्चीस वर्षों में की गई आर्थिक प्रगति ,जिसमें तीनों क्षेत्रों का यहां की अर्थव्यव्स्था में योगदान के बारे में विस्तार से बताया गया।
इसके पक्ष में अर्थशास्त्र विभाग की विभाग प्रभारी डॉ नमिता मिश्रा द्वारा उत्तराखंड में हो रहे पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया गया।
डॉ.संगीता द्वारा सतत विकास के लक्ष्य में उत्तराखंड की भूमिका को बताया गया .प्रतिभागियों में सर्वप्रथम तनुजा मेहरा द्वारा उत्तराखंड के पच्चीस वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक विकास।
दिव्यानी द्वारा उत्तराखंड में पर्यटन का जीडीपी पर प्रभाव, मुस्कान ने पर्यटन से आर्थिक विकास, बबीता द्वारा अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका, पंकज कुमार द्वार उत्तराखण्ड के भूतिया गांव, निर्जला द्वार शिक्षा क्षेत्र की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए गए।
जिसमें प्रथम स्थान पर तनुजा मेहरा एम.ए.तृतीय सेमेस्टर, द्वितीय स्थान पर दिव्यानी एम.ए.तृतीय सेमेस्टर तथा मुस्कान बी.ए. तृतीय सेमेस्टर तृतीय स्थान पर रहे. निर्णायक की भूमिका में हिंदी विभाग की विभाग प्रभारी डॉ निर्मला जोशी एवं भूगोल विभाग के विभाग प्रभारी डॉ .बी.बी. भट्ट रहे, .डॉ .बी.बी. भट्ट द्वारा उत्तराखंड की महिलाओं की अर्थव्यवस्था में भूमिका पर विस्तार से बताया गया तथा कृषि क्षेत्र में आ रही कमि को चिंताजनक बताया।
कृषि को जीवंत करने के लिए विद्यार्थियों को किचन गार्डन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया डॉ. निर्मला जोशी ने शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए अपनी स्वरचित कविताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को बताया कि उनका योगदान ही अर्थव्यवस्था को नई दिशा प्रदान करेगा।
इस कार्यक्रम में 105 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया. कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.पारुल भारद्वाज द्वार उत्तराखंड के विभिन्न आर्थिक परिदृश्य के विषय में जानकारी देते हुए किया गया।
















