ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ CRPF के जवानों ने 14 नक्सलियों का एनकाउंटर कर दिया है।
लगभग 700 जवान ओडिशा के नुआपाड़ा जिले और छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्वाइंट नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं।
इसी ऑपरेशन के तहत गरियाबंद के मैनपुर के भालूडिगी पहाड़ों में कल दोपहर को पहली बार मुठभेड़ हुई. जिसमें 1 करोड़ का इनामी नक्सली भी ढेर हो गया है।
छत्तीसगढ़ के गरियाबांद में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ है, 14 को मौत के घाट उतार दिया गया है। बड़ी बात यह है कि एक करोड़ इनामी नक्सली को भी एनकाउंटर में मार गिराया गया है, लंबे समय से उसकी तलाश जारी थी।
अभी भी गरियाबंद में कई दूसरे नक्सलियों के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस का एनकाउंटर जारी है।
नक्सलियों के खिलाफ बड़ा एक्शन
वैसे कुछ दिन पहले बीजापुर में भी एनकाउंटर हुआ था और तब 18 नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया गया था। तब तो पहले पुलिस ने सिर्फ 12 मौतों की पुष्टि की थी, लेकिन फिर नक्सलियों ने ही एक जारी बयान में 18 मौतों की बात कही। इस समय नक्सलियों के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार एक्शन लिया जा रहा है।
नक्सलियों ने जवानों को बनाया था निशाना
अब नक्सलियों के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में इतनी कड़ी कार्रवाई इसलिए हो रही है क्योंकि नक्सलियों द्वारा भी एक बड़ा हमला किया गया था।
असल में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने बड़े आईईडी ब्लास्ट को अंजाम दिया था।
नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को निशाना बनाया है और इसमें 8 जवान शहीद हो गए थे।
सुरक्षाबलों को एक गाड़ी लेकर जा रही थी, जिसे नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर उड़ा दिया। हमले में 8 DRG जवान और एक ड्राइवर शहीद हुए।
अमित शाह के दावों को चुनौती दे रहे नक्सली
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी मार्च 2026 तक नक्सलियों के खातमें की तारीख तय की है।
उनकी तरफ से कई इंटरव्यू में सरकार की इस प्राथमकिता को साफ कर दिया गया है। लेकिन लगातार हो रहे हमलों की वजह से चुनौती बढ़ चुकी है और सरकार के दावों पर सवाल भी उठ रहे हैं।
















