आंवला एक ऐसा फल है, जिसमें औषधीय गुणों का खजाना छिपा हुआ है। इसे हर कोई अपनी डाइट में शामिल कर सकता है। खासतौर से महिलाओं के लिए तो यह किसी रामबाण से कम नहीं है। इसके सेवन से शरीर के नस-नस में खून दौड़ने लगता है।
इसमें विटामिन C, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशिम, आयरन, कैरोटीन और विटामिन B कॉम्पलेक्स का बहुत बड़ा स्रोत है। शायद यही वजह है कि आंवले को 100 रोगों की एक दवा माना जाता है और आंवले की तुलना अमृत से की जाती है।
इसके सेवन से डायबिटीज, एनीमिया, महिलाओं के लिए पीरियड्स से राहत मिलती है। इससे बाल घने और काले रहते हैं।
वैसे भी आंवले के पेड़ का इतिहास भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं से भी जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि एक बार जब ब्रह्मा जी विष्णु भगवान के ध्यान में लीन थे, तभी उनकी आंखों से आंसू बहने लगे।
जब ये आंसू जमीन पर गिरे तो उससे आंवले का पेड़ उग आया। आंवला यहीं से धरती पर अस्तित्व में आया।
आंवले में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद में भी आंवले का सेवन करने की सलाह दी जाती है। पहाड़ के लोग तो पुराने समय से ही आंवला खाते आ रहे हैं। वैसे तो आंवले को कई तरह से खाया जा सकता है, लेकिन इसे खासतौर पर खाली पेट खाना बेहतर माना जाता है। इसके बाद आप चाहें तो पानी भी सकते हैं।
आंवले खाने के बाद पानी पीने से सामान्य पानी का स्वाद भी मीठा लगता है। पहाड़ में वैसे तो कई प्रजाति के आंवले होते हैं, लेकिन यहां के लोग मिडियम साइज के आंवले को पसंद करते हैं।
चेहरे के दाग-धब्बे हटाकर उसे खूबसूरत बनाने के लिए भी आंवला बहुत उपयोगी होता है। इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा साफ, चमकदार होती है। शरीर में झुर्रियां भी कम हो जाती हैं। बालों को काला, घना और चमकदार बनाने के लिए आंवले का प्रयोग होता है।
इसके पाउडर से बाल धोने या फिर इसे खाने से बालों की समस्याओं से निजात मिलती है। महिलाओं में ब्लड की कमी होने पर आंवले का जूस लेना काफी फायदेमंद रहता है। इससे शरीर में खून की कमी बनी रहती है।
पीरियड्स में होने वाली ऐंठन होगी दूर
आंवले में मौजूद कुछ मिनरल और विटामिन से पीरियड्स में होने वाली ऐंठन के इलाज में इस्तेमाल होता है। इसके अलावा महिलाओं को पीरियड्स में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
जिनमें अनियमित पीरियड्स, पेट और कमर में दर्द, ज्यादा ब्लीडिंग शामिल हैं। ऐसे में आंवला खाना बेहद फायदेमंद है। अगर रोजाना आंवला खाया जाए तो आंवले में मौजूद विटामिन और मिनरल पीरियड्स से जुड़ी समस्यओं से छुटकारा मिल सकता है।
डायबिटीज के लिए रामबाण है आंवला
आंवला डायबिटीज से परेशान लोगों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है। दरअसल, आंवले में क्रोमियम तत्व पाए जाते हैं जो इंसुलिन हार्मोंस को मजबूत कर ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करती हैं। अगर आपको डायबिटीज है तो आंवले के जूस में शहद मिलाकर पीने से बहुत आराम मिलेगा।
किन लोगों को आंवला नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल लो रहता है। उन्हें आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन्हें एसिड रिफ्लक्स की समस्या है। उन्हें भी आंवले से दूर रहना चाहिए। अगर कोई ब्लीडिंग डिसऑर्डर है या ब्लड को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं तो आंवला खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
आंवले का जूस कैसे बनाते हैं?
आंवले का जूस घर पर ही आसानी से बना सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले 2-4 आंवले काट लें। इन्हें 1-2 कप पानी के साथ मिक्सी में ब्लेंड करें। इसमें अदरक, काली मिर्च, शहद या नमक मिला सकते हैं। इसके बाद सभी चीजें को अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
अगर इसका गूदा (पल्प) फेंकना है तो किसी छन्नी की मदद से अच्छी तरह छान सकते हैं। हालांकि इसका गूदा भी स्वादिष्ट होता है। इसमें ढेर सारा फाइबर होता है तो छानने की बजाय इसे ऐसे ही पी सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।