उत्तराखंड में बिल्ली के बच्चों को लेकर रिश्तेदारों के बीच विवाद

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उत्तराखंड  से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक युवती ने अपने रिश्तेदारों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसके द्वारा देखभाल किए जा रहे बिल्ली के बच्चों को चुरा लिया।

युवती का कहना है कि एक आवारा बिल्ली अपने बच्चों के साथ उसके पास आई थी, लेकिन उसके चाचा, चाची और उनके तीन बेटों ने उन बच्चों को चुरा लिया और स्कूटी की डिग्गी में बंद करके कहीं छोड़ दिया। जब उसने इसका विरोध किया, तो उसे धमकाया गया।

पुलिस ने युवती की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

यह घटना देहरादून के धर्मपुर की नेहरू कॉलोनी में हुई है, जहां बिल्लियों के कारण रिश्तेदारों के बीच विवाद बढ़ गया।

शिकायतकर्ता रश्मि धीमान ने अपने चाचा उमेश धीमान, उनकी पत्नी सुमन धीमान और उनके बेटों शुभम, विशाल और सश्रम धीमान के खिलाफ मारपीट की धमकी देने और बिल्लियों के प्रति क्रूरता का आरोप लगाया है।

रश्मि ने अपनी शिकायत में बताया कि 12-13 मार्च को एक बिल्ली अपने दो बच्चों के साथ उनके घर आई थी।

जब बिल्ली बच्चों को छोड़कर चली गई, तो रश्मि ने उनकी देखभाल शुरू कर दी। उनके चाचा और चाची उसी आंगन में रहते हैं और उन्हें बिल्लियों से आपत्ति थी।

रश्मि का आरोप है कि उनके चाचा ने बिल्ली के बच्चों को स्कूटी की डिग्गी में बंद कर कहीं छोड़ दिया। जब रश्मि ने अपनी चाची से इस बारे में बात की, तो चाची और उनके तीनों बेटों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।

पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और युवती के चाचा, चाची और उनके बेटों से पूछताछ की जाएगी। सच्चाई का पता लगाने के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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