रानीखेत। क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, थापला, में परिषद् मुख्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार डॉ. ओम प्रकाश प्रभारी सहायक निदेशक द्वारा स्थानीय पत्रकारों के साथ एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया।
जिसमें जानकारी दी गई कि द्वितीय विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन दिनाँक 17 से 19 दिसंबर 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार तथा WHO-Global Traditional Medicine Centre के संयुक्त तत्वावधान में होने वाला यह महत्वपूर्ण आयोजन पारंपरिक चिकित्सा की वैश्विक उपयोगिता, वैज्ञानिक विकास और तकनीकी नवाचारों को आगे बढ़ाने हेतु एक सशक्त मंच प्रदान करेगा।
सम्मेलन में 100 से अधिक देशों के लगभग 5,000 वर्चुअल प्रतिभागी तथा लगभग 700 इन-पर्सन प्रतिनिधि शामिल होंगे। 20 से अधिक देशों के स्वास्थ्य मंत्री, उपमंत्री, राजनयिक, उद्योग हितधारक, विशेषज्ञ और विद्यार्थी भी इसमें भाग लेंगे। इसी अवधि में 20 देशों के साथ द्विपक्षीय चर्चाएँ आयोजित की जाएँगी, जिनमें अनुसंधान, मानकीकरण और सहयोग को बढ़ाने पर विचार-विमर्श होगा।
17 दिसंबर को फील्ड विज़िट से कार्यक्रम आरंभ होगा, जिसके बाद WHO महानिदेशक और भारत सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों की उपस्थिति में उद्घाटन सत्र आयोजित होगा। तीनों दिनों में पूर्ण सत्रों, तकनीकी समानांतर सत्रों और पारंपरिक चिकित्सा पर आधारित विषयगत चर्चाओं का आयोजन किया जाएगा।
आयुष एक्सपो विशेष आकर्षण होगा, जिसमें AR/VR आधारित पंचकर्म अनुभव, “Garden of Life” औषधीय पौधों का उद्यान, आयुष आहार, योगा फ्यूज़न तथा डिजिटल एवं AI-आधारित नवाचारों का प्रदर्शन होगा। “अश्वगंधा: पारंपरिक ज्ञान से वैश्विक प्रभाव” पर साइड इवेंट भी आयोजित किया जाएगा।
19 दिसंबर को समापन समारोह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और WHO महानिदेशक की उपस्थिति में होगा। यह सम्मेलन वैश्विक स्वास्थ्य में पारंपरिक चिकित्सा की दिशा को नई गति प्रदान करेगा।
इस वार्ता में प्रभारी सहायक निदेशक के साथ डॉ. दीपशिखा आर्या, अनुसंधान अधिकारी (वन.), डॉ. हरित कुमारी अनुसंधान अधिकारी (आयु.) और डॉ. तरूण कुमार, अनुसंधान अधिकारी (आयु.) उपस्थित रहें। जिनके द्वारा पत्रकारो के पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दिये गये।

