18,570 फीट में जीवन की मशाल – श्रीखंड कैलाश पर सिक्स सिग्मा की अद्वितीय मेडिकल सेवा

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हिमालय की दुर्गम चोटियों पर जब हर सांस बोझ बन जाए, और हर कदम तपस्या का रूप ले ले — वहाँ सेवा ही सच्चा संबल बनती है।

ऐसी ही कठोर परीक्षा की भूमि श्रीखंड महादेव यात्रा में, सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विसेज ने मानवता, साहस और संकल्प का एक अद्वितीय इतिहास रच दिया।

श्रीखंड महादेव कैलाश हिमालय की गोद में छिपा वह दिव्य स्थल है, जहाँ भगवान शिव की उपस्थिति मानी जाती है। मान्यता है कि इसी स्थान पर महादेव तप में लीन रहे थे, और आज भी यहाँ स्थित शिवलिंग सदैव बर्फ से आच्छादित रहता है — जो इस क्षेत्र की रहस्यमयी शक्ति और शाश्वतता का प्रतीक है।

पुराणों के अनुसार, पांडवों ने भी इसी मार्ग से स्वर्गारोहण का प्रयास किया था। श्रीखंड की यात्रा न केवल एक तीर्थ है, बल्कि यह साधक की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक परीक्षा भी है।

यह यात्रा वर्ष में केवल कुछ ही दिनों के लिए खुलती है और 18,570 फीट की ऊंचाई तक की कठिन चढ़ाई यात्रियों की श्रद्धा की पराकाष्ठा को दर्शाती है।

यह वह स्थान है जहाँ आस्था और अटल संकल्प हिमालय की ऊंचाइयों को स्पर्श करते हैं।

94 घंटे • 70 किलोमीटर • 18,570 फीट की चढ़ाई – और सैकड़ों को जीवनदान :-
जहाँ सामान्य व्यक्ति का शरीर हार मान जाता है, वहीं सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम ने 94 घंटों की कठिनतम चढ़ाई पार कर न केवल स्वयं को साबित किया, बल्कि सैकड़ों तीर्थयात्रियों को आपातकालीन चिकित्सा सहायता देकर उन्हें नया जीवन भी दिया।

मेडिकल सेवा @ सिंघाड़ बेस कैंप – जहाँ चिकित्सा ही तपस्या बन गई
18,570 फीट की ऊंचाई पर स्थित सिंघाड़ बेस कैम्प में सिक्स सिग्मा की अत्याधुनिक मेडिकल यूनिट लगातार कार्यरत रही।

थकावट, AMS, हाइपोक्सिया, डीहाइड्रेशन, हाई पल्स, कम ऑक्सीजन जैसे जोखिमों से जूझते तीर्थयात्रियों को यहां त्वरित राहत दी गई।

🧰 “संजीवनी किट” – हर टेंट को बना दिया मिनी मेडिकल सेंटर
टीम द्वारा श्रीखंड मार्ग पर स्थानीय टेंट ऑपरेटरों व गेस्ट हाउस संचालकों को 30 ‘संजीवनी किट’ भेंट की गईं। इन किट्स में शामिल थे —
• मेडिकल ऑक्सीजन कैन
• जीवनरक्षक दवाएं
• ब्लड प्रेशर मॉनिटर
• थर्मल कंबल
• प्राथमिक चिकित्सा उपकरण

जिससे हर टेंट अब एक ‘प्राथमिक चिकित्सा सहायता केंद्र’ के रूप में कार्य कर सका।

प्रशासनिक सहयोग हेतु प्रभावशाली समन्वय
सिक्स सिग्मा के सीईओ डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने निर्मंड के एसडीएम श्री मनमोहन जी से औपचारिक भेंट कर, यात्रा के दौरान मोबाइल मेडिकल यूनिट की स्थापना का सुझाव प्रस्तुत किया।
इसके अतिरिक्त, यात्रियों के प्रारंभिक मेडिकल चेकअप, पंजीकरण और रूट प्लानिंग हेतु रणनीतिक सुझाव साझा किए गए।

श्रीखंड कैलाश टीम के प्रमुख सदस्य :
इस अमूल्य सेवा मिशन का नेतृत्व अनुभवी विशेषज्ञों ने किया, जिनमें शामिल हैं —
डॉ. अनीता भारद्वाज, डॉ. सपना बुधलाकोटी, डॉ. सौविक दत्ता, डॉ. संजीव गोयल, नमन, संजीव कुमार, लक्की बुधलाकोटी और अन्य समर्पित कर्मवीर।

डॉ. प्रदीप भारद्वाज (सीईओ, सिक्स सिग्मा ) ने कहा:
“हम वहाँ सेवा देने गए जहाँ साँसें भी डरती हैं, ताकि कोई भक्त अपने आराध्य से मिलने से वंचित न रहे। श्रीखंड केवल पर्वत नहीं — यह आस्था की परीक्षा है, और सेवा ही हमारा उत्तर है।”

“जहाँ सीमाएं समाप्त होती हैं, वहाँ सेवा आरंभ होती है। श्रीखंड में सिक्स सिग्मा की यह पहल महज मेडिकल सेवा नहीं, बल्कि यह त्याग, तपस्या और त्रिकाल सेवा का जीवंत प्रतीक बन चुकी है।”

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