एसटीएफ की नजर से नहीं बच पाया तस्कर
किच्छा। हेरोइन के साथ पकड़ा गया नशा तस्कर तस्सवर लंबे समय से नशा तस्करी का काम कर युवाओं की नसों में नशे का जहर घोल रहा है। पुलिस की नजरों से बचने के लिए वह कपड़ों की सिलाई का काम करता रहा।
एसटीएफ लगातार नशा तस्करों पर प्रहार करने का काम कर रही है। एसटीएफ के टारगेट में युवा पीढ़ी को नशे की आदत डाल देश को बर्बादी की कगार पर पहुंचाने वाले है। एसटीएफ ने स्थानीय नशे के काम के लगे तस्करों को बेनकाब करने का काम किया है।
दर्जी का काम कर स्थानीय पुलिस की आंख के भले ही नशा तस्करों ने अपने आपको बचाए रखा। परंतु पर्दे के पीछे से नशा तस्करी की कमर तोड़ने में जुटी एसटीएफ की नजर से नहीं बच पाया।
स्थानीय चेन को डिकोड करने के लिए एसटीएफ की कार्रवाई से नशा तस्करों में खलबली मच गई है।
एसटीएफ के आंकड़ों पर डालें एक नजर
2025 में 3 जनवरी को 1.260 किग्रा चरस के साथ रुद्रपुर में जयनाथ पुत्र मिलाकसेन को गिरफ्तार किया।
6 जनवरी को नैनीताल के थाना खन्सयू में 5.457 किग्रा चरस के साथ महेंद्र सिंह चिलवाल पुत्र बच्ची सिंह, बच्ची सिंह पुत्र बिशन सिंह निवासी ग्राम चमोली थाना खन्सयू जनपद नैनीताल को गिरफ्तार किया।
5 फरवरी को पंतनगर में 62 ग्राम स्मैक के साथ अंतरराज्यीय नशा तस्कर प्रमोद राठौर पुत्र मान सिंह निवासी जनपथ रोड थाना ट्रांजिट कैम्प, मूल निवासी ग्राम सेड़ा थाना देवरनिया जनपद बरेली को गिरफ्तार किया।
उसके बाद शनिवार को 200 ग्राम हेरोइन के साथ तसव्वर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया।
2024 में 62 नशा तस्करों को किया गिरफ्तार
वर्ष 2024 में में एसटीएफ ने नशा तस्करों की कमर तोड़ने का काम किया। एसटीएफ ने वर्ष 2024 में 62 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 7.225 किग्रा स्मैक, 24.458 किग्रा चरस, 5.322 किग्रा अफीम, 77.350 किग्रा गांजा, 1600 नशीले इंजेक्शन बरामद किए।
एसटीएफ नशा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है।
युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाने के लिए एसटीएफ को स्पष्ट दिशा निर्देश दिए गए है।