किराए के कमरे में खून से लथपथ मिला सिपाही का शव, पत्नी-बेटी गायब; जांच में जुटी पुलिस

Share the News

कमरे में मिला पुलिस के सिपाही का शव, कई दिनों से चल रहा था अनुपस्थित; सिर में गहरा घाव

बरेली। सुभाषनगर के मढ़ीनाथ मोहल्ले में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक किराए के कमरे में पुलिस सिपाही मुकेश कुमार त्यागी का खून से लथपथ शव मिला. वह संभल जिले का रहने वाला था और बरेली में किराए पर रह रहा था।

इस घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारीक समेत सीओ सिटी अजय कुमार और थाने के इंस्पेक्टर अरुण कुमार मौके पर पहुंचे. मौके पर फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड टीम भी पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिय भेज दिया. वहीं पत्नी-बेटी गायब हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

दअरसल, 38 वर्षीय मुकेश कुमार त्यागी 2011 बैच का सिपाही था. वह कुछ समय से सुभाषनगर थाना क्षेत्र के मढ़ीनाथ इलाके में किराए के मकान में अपनी पत्नी तरुणा और बेटी परी के साथ रह रहा था।

पुलिस ने बताया कि वह 4 जून से ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था. उससे पहले उसे किसी अनुशासनात्मक कार्रवाई के चलते कोतवाली से सस्पेंड किया गया था. जब कई दिन तक कोई खबर नहीं मिली तो बुधवार को पुलिस को सूचना दी गई कि कमरे से बदबू आ रही है. पुलिस मौके पर पहुंची तो दरवाजा तोड़कर देखा कि मुकेश का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ है.

शराब की लत और घरेलू विवाद बन सकती है वजह

एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि मुकेश कुमार को शराब पीने की लत थी. वह अक्सर शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था और घर का सामान भी तोड़फोड़ देता था. पड़ोसियों ने भी बताया कि पति-पत्नी में आए दिन झगड़े होते थे।

आशंका जताई जा रही है कि किसी झगड़े के दौरान धक्का-मुक्की में मुकेश को सिर में चोट लगी होगी. सिर पर जो चोट का निशान मिला है, वह किचन के टाइल्स से लगने जैसा है. इसी चोट से उसकी मौत हो सकती है. हालांकि पुलिस फिलहाल सभी एंगल से जांच कर रही है।

घटना के बाद से पत्नी और बेटी लापता

मुकेश की मौत की खबर मिलने के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी तरुणा और बेटी परी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन दोनों के फोन बंद मिले. घर में उनकी मौजूदगी के कोई साक्ष्य नहीं मिले।

इससे यह भी शक गहराता जा रहा है कि घटना के वक्त दोनों वहां मौजूद थीं या फिर घटना के बाद चली गईं. पुलिस दोनों की तलाश कर रही है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।

सिपाही मनोज त्यागी वर्ष 2011 बैच के सिपाही थे, मूल रूप से चंदौसी के संभल निवासी थी। लंबे समय से बरेली में ही तैनाती थी। वर्तमान में वह सुभाष नगर थाना क्षेत्र के मढ़ीनाथ में किराए के मकान में पत्नी व बेटी के साथ रह रहे थे। कोतवाली में तैनाती के दौरान मनोज को निलंबित करने के अलावा कई विभागीय कार्रवाई भी की गई थी। इसके बाद से वह पुलिस लाइंस में तैनात थे।

पुलिस के अनुसार, चार जून से मनोज बिना बताए ड्यूटी से अनुपस्थित हो गए और तब से ड्यूटी पर नहीं आए थे। शराब के सेवन की वजह से पति पत्नी में विवाद रहता था। बुधवार को सुभाष नगर पुलिस को मकान मालिक ने सूचना दी कि सिपाही मनोज त्यागी का शव कमरे में पड़ा हुआ है।

मनोज के सिर में पीछे की ओर गहरा घाव

सूचना मिलते ही एसएसपी अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारीक, सीओ द्वितीय अजय कुमार व सुभाष नगर पुलिस पहुंची। उस वक्त मनोज के कमरे में कोई नहीं था। न उनकी पत्नी न ही बेटी थी। दोनों को फोन लगाकर जानकारी करनी चाही लेकिन दोनों में से किसी ने फोन नहीं उठाया।

पुलिस ने जब घटना स्थल का निरीक्षण किया तो पता चला कि मनोज के सिर में पीछे की ओर एक गहरा घाव था, घर में कुछ स्थानों पर खून के धब्बे भी मिले। किचिन की टाइल्स पर भी एक जगह खून लगा मिला।

रक्तस्राव की वजह से मनोज की मृत्यु हुई

पुलिस ने जब टाइल्स के साइज से मनोज के सिर के घाव का मिलान किया तो वह भी ठीक उतना ही बड़ा लग रहा था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि टाइल्स पर सिर लगने की वजह से चोट लगी और अधिक रक्तस्राव की वजह से मनोज की मृत्यु हुई।

जांच जारी, पोस्टमार्टम से खुलेगा राज

फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि मौत की असली वजह क्या थी हत्या, हादसा या आत्मरक्षा में कोई घटना।

एसएसपी ने बताया कि पुलिस तकनीकी साक्ष्यों के साथ-साथ आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है. मामले को गंभीरता से लेते हुए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है।

See also  हल्द्वानी : संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती मनाई गई धूमधाम से
error: Content is protected !!