रुद्रप्रयाग/लैंसडौन। पंचायत चुनाव में दिखे अजब-गजब किस्सों के बीच ऐसे मामले भी सामने आए हैं ।
जिसके तहत कुछ प्रत्याशियों की खुशी का रंग पहले तो गाढ़ा हुआ, लेकिन कुछ ही घंटों में फीका हो गया।
रात में उन्हें जीता बताया गया लेकिन सुबह हार की बात ने सारी खुशी को पल भर में खत्म कर दिया।
मामला रुद्रप्रयागटं के अगस्त्मयुनि के बामसू और पौड़ी के जयहरीखाल के बांसी का है। अगस्त्मयुनि में तो आक्रोशित ग्रामीणों ने रिटर्निंग आफिसर का घेराव भी किया।
अगस्त्मयुनि विकास खंड की बामसू ग्राम पंचायत से चुनाव लड़ने वाले संग्राम सिंह का आरोप है कि गुरुवार रात मतगणना के बाद उन्हें विजयी प्रत्याशी घोषित किया गया था।
उन्हें 113 मत और दूसरे नंबर पर रहे संजय सिंह को 102 मत मिलने की बात कही गई थी।
इस पर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ जीत का जश्न मनाया था।
सुबह जब वह जीत का प्रमाण पत्र लेने पहुंचे तो उनसे कहा गया कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उन्हें पराजित दर्शाया गया है। इस सीट से संजय सिंह विजयी हुए हैं।
इसके बाद संग्राम सिंह के समर्थकों ने अगस्त्यमुनि ब्लाक में रिटर्निंग आफिसर अतुल सेमवाल का घेराव किया और जिलाधिकारी से भी मुलाकात की। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी।
जयहरीखाल विकासखंड की क्षेत्र पंचायत सीट बांसी से चुनाव लड़ी माधुरी देवी ने कहा कि गुरुवार रात चुनाव अधिकारी ने रात नौ बजे उन्हें विजयी होने की घोषणा की थी।
शुक्रवार को जीत का प्रमाण पत्र लेने ब्लाक कार्यालय पहुंचीं तो पता चला कि वह चुनाव हार गई हैं।
जब उन्होंने रिटर्निग आफिसर से वोटों की गिनती का आग्रह किया गया तो उन्हें बताया गया कि मत सील हो गए हैं। माधुरी देवी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर जीत का प्रमाणपत्र जारी करने की मांग की है।
रिटर्निंग अधिकारी आशीष मिश्रा ने कहा कि अधीनस्थ कर्मियों से दी गई जानकारी के आधार पर ही प्रमाण पत्र जारी किया गया। प्रमाण पत्र जारी करने से पूर्व सूची का भी अवलोकन किया गया था।
पौड़ी के लसेरा में प्रधान पद की उम्मीदवार ने भी लगाया आरोप।
पौड़ी: विकासखंड कोट के ग्राम पंचायत लसेरा के ग्राम प्रधान पद की एक प्रत्याशी सुमनलता देवी ने भी जीत के बावजूद हारने वाली प्रत्याशी को प्रमाणपत्र दिए जाने का आरोप लगाया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी पौड़ी को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि मतगणना में उन्हें 78 और दूसरी प्रत्याशी दुर्गा देवी को 61 मत हासिल हुए थे, लेकिन आरओ कोट ने जीत का प्रमाणपत्र दुर्गा देवी को दे दिया है।
आरओ मास्टर आदर्श ने बताया कि मानकों के तहत पूरी पारदर्शिता के साथ मतगणना हुई है लेकिन दुर्गा देवी दुष्प्रचार कर रही हैं।















