अल्मोड़ा। राजकीय महाविद्यालय तल्ला सल्ट में स्वतन्त्र भारत के प्रथम शिक्षा मन्त्री रहे व भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कमाम आजाद की जयंती पर हिंदी विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस से संबंधित कार्यक्रम में निबन्ध तथा स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के आरंभ में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ० चन्द्रा गोस्वामी ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है।
शिक्षा वह साधन है जो मनुष्य को मानवता का पाठ सीखाती है तथा शिक्षा में ही वह सामर्थ्य है जो प्रत्येक व्यक्ति को शिखर की ऊँचाइयों तक ले जाती है ।
हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ० गिरीश चन्द्र ने सभी को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की शुभकामनाएँ दी और डॉ० अबुल कलाम आजाद जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन करते हुए, शिक्षा की मानव जीवन में उपयोगिता व महत्ता के विषय पर व्याख्यान दिया ।
डॉ० गरिमा पाण्डेय द्वारा मनुष्य को सामाजिक कुरीतियों से बचाने में शिक्षा की भूमिका पर वक्तव्य दिया गया।
संस्कृत विभाग के प्राध्यापक डॉ० अंकित मनोड़ी ने कहा कि शिक्षा प्रत्येक जन के लिए आवश्यक है, क्योंकि शिक्षित व्यक्ति ही किं कर्तव्यं-किं अकर्तव्यं को सुव्यवस्थित प्रकार से जान सकता है।
कार्यक्रम में समस्त प्राध्यापक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे। निबंध प्रतियोगिता में छः तथा स्लोगन प्रतियोगिता में ग्यारह छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
• कार्यक्रम में कुल उपस्थित छात्र-छात्राओं की संख्याः- 17
निबन्ध प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त छात्र-छात्राएँ-
प्रथम स्थान – प्रियंका रावत, पु. सुरेन्द्र सिंह, कक्षा- बी.ए.- पंचम सत्रार्द्ध
द्वितीय स्थान – आरजू, पु. पितांबर राम, कक्षा- बी.ए.- पंचम सत्रार्द्ध
तृतीय स्थान – मनीषा, पु. डिकंबर सिंह, कक्षा- बी.ए.- प्रथम सत्रार्द्ध
स्लोगन प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त छात्र-छात्राएँ-
प्रथम स्थान – रेनू आर्या, पु. जगदीश चन्द्र, कक्षा- बी.ए.- तृतीय सत्रार्द्ध
द्वितीय स्थान – निशा, पु. नन्दकिशोर, कक्षा- बी.ए.- प्रथम सत्रार्द्ध
तृतीय स्थान – शिवानी रावत, पु. चंदन सिंह, कक्षा- बी.ए.- तृतीय सत्रार्द्ध
















