विकासखण्ड द्वाराहाट के ग्राम पंचायत नौसार मे कीसानों की लहराती धान की फसलो को जगली सूअरो ने किया बर्बाद
रिपोर्ट- बलवन्त सिंह रावत
रानीखेत। जहां पूरा उत्तराखण्ड आपदा एवं पलायन से जूझ रहा है। वही किसानो की लहराती फसलो को जगली सूअरो द्वारा बर्बाद किया जा रहा है। ऐसी ही एक घटना अल्मोड़ा जनपद के विकासखण्ड द्वाराहाट के ग्राम पंचायत नौसार मे देखने को मिली है। जहा धान की खड़ी फसल को सूअरों द्वारा पूरी तरह बर्बाद किया गया है।
बता दे कि ग्राम पंचायत नौसार का सेरा जो कि गगास नदी से लगता हुआ 35-40 हेक्टेयर में फैला हुआ है। जो अति उपजाऊ व जैविक खेती के लिए जाना जाता है, जहां के किसान आत्मनिर्भर होने के साथ अधिकतर किसानों की आजीविका कृषि पर निर्भर रहती है।
आपको बता दे कि इन दिनों ग्रामीणों द्वारा धान की खेती की गई है, जोकि कुछ दिनों में तैयार होने वाली धान की खड़ी फसल को सुअरों द्वारा पूरी तरह से बर्बाद किया जा रहा है। सभी किसान जंगली सुअरों के द्वारा किए गए नुकसान को झेल रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में रोष व हताशा है।
ग्राम प्रधान विरेंद्र सिंह कठायत ने बताया कि वह खुद एक किसान हैं। उन्होंने कहना है कि उनके यहां मुख्यत: दो फसलें उगाई जाती है। जिसमें धान व गेहूं प्रमुख हैं। वही पैदावार तो अच्छी हो रही है। लेकिन जंगली सुअर जिनकी तादात अधिक होने से वह फसल तैयार होने तक उसे बर्बाद कर दे रहें हैं।
जिस कारण गांव में बहुत से किसानों ने खेती करना छोड़ दिया है। उन्होनें शासन प्रशासन से अपने गांव की खेती को बचाने के लिए पूरे कृषि भूमि में तार बाड़ करवाने की मांग की है। जिससे वह अपनी खेती व गांव से लगातार हो रहे पलायन को बचा सके।
















