हल्द्वानी। कोतवाली में मंगलवार को जो हुआ, वो किसी बॉलीवुड फिल्म के एक्शन सीन से कम नहीं था। बस फर्क इतना था कि यहां विलेन भी वही था और हीरो भी – और नाम था कोन
मामला कुछ यूं था कि हल्द्वानी रोडवेज बस अड्डे के पास एक विदेशी युवक को संदिग्ध हालत में पकड़ा गया। बताया गया कि वह सूडान का नागरिक है, नाम कोन, और दिल्ली के एक कॉलेज से एमबीए कर रहा है।
रात में वह इतना नशे में था कि चुपचाप पड़ा रहा। पुलिस को लगा कि मामला सीधा है,” पूछताछ करेंगे, पहचान पत्र चेक करेंगे, छोड़ देंगे” लेकिन सुबह क्या हुआ, ये किसी ने नहीं सोचा था।
सुबह होते ही कोतवाली बनी अखाड़ा
जैसे ही सुबह की पहली किरण कोन की आंखों में पड़ी, उसमें अचानक बिजली सी दौड़ गई। पुलिस के सवालों का जवाब देने की बजाय उसने जवाब में हाथ-पैर चलाने शुरू कर दिए। देखते ही देखते कोतवाली का पूरा माहौल बदल गया। जहां पहले शांति थी, अब वहां अफरातफरी और भागदौड़ मच गई।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि चार पुलिसकर्मी और एक होमगार्ड मिलकर भी कोन को काबू नहीं कर पा रहे। वो पुलिसवालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहा है। एक सिपाही की शर्ट तक फट गई। एक महिला पुलिसकर्मी बीच-बचाव करती नजर आई, लेकिन कोन को काबू करने में पुलिस के पसीने छूट गए।
जैसे ही ये हाई-ऑक्टेन ड्रामा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जनता ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालों की झड़ी लगा दी। “क्या हल्द्वानी कोतवाली को जिम में भर्ती की ज़रूरत है?”, “कोन कोन है ये कोन?” जैसी टिप्पणियाँ इंटरनेट पर तैरने लगीं।
कोई कार्रवाई नहीं — ‘वीजा सही है’ कहकर छोड़ दिया गया
कोतवाली प्रभारी राजेश कुमार यादव ने बाद में बताया कि युवक का वीजा वैध था और वह केवल घूमने आया था। नशे की हालत में संदेह होने पर उसे पूछताछ के लिए लाया गया था, लेकिन जब हालात बिगड़े, तो मामला यहीं छोड़ दिया गया।
इस पूरे वाकये ने पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां आम जनता से कड़ाई से पेश आने वाली पुलिस, एक विदेशी नागरिक के सामने पस्त नजर आई। सबसे हैरानी की बात, किसी अधिकारी को इस घटना की जानकारी तक नहीं दी गई।
फिलहाल मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

