दो जगह नाम वाले मतदाताओं ने जमकर किया मतदान, सिंगल वोटर का चुनाव आयोग से उठा भरोसा, पंचायत चुनाव में जमकर बह रहा है पैसा
जिला पंचायत प्रत्याशी कर रहा है विधायक प्रत्याशियों के बराबर खर्च, चुनाव आयोग व प्रशासन आंख मुदे बैठा
बेतालघाट धारी रामगढ़ ओखलकांडा में दो जगह नाम वाले मतदाताओं ने जमकर किया मतदान
प्रत्याशियों ने हल्द्वानी व बाहर से लाकर प्रत्याशियों का उठाया खर्च
एक जगह नाम वाले मतदाताओं में देखने को मिला असंतोष
लोग बोले निकाय चुनाव के बाद पंचायत चुनाव में भी जमकर हो रहा है फर्जीवाड़ा
आखिर डिजिटल इंडिया में यह कैसे हैं सब संभव
नाम न बताने की शर्त पर लोगों ने निर्वाचन अयोग व सरकार को जमकर कोसा
लोग बोले क्या चुनाव आयोग दो जगह नाम वाले प्रत्याशियों व दो जगह है मतदान करने वाले मतदाताओं पर करेगा कार्यवाही या चलती रहेगी मनमानी
एक जगह नाम वाले मतदाता अपने आप को कर रहे हैं ठगा महसूस
गौलापार से चोरगलिया, लालकुआं और हल्द्वानी तक मालदार प्रत्याशियों के रंग
हल्द्वानी। करीब छह साल से ज्यादा के इंतजार के बाद आखिरकार अब उत्तराखंड में गांव की सरकार बनने जा रही है। पहले चरण में बीते रोज यानि 24 जुलाई को मतदान संपन्न हो गया है। अब दूसरे चरण 28 जुलाई का इंतजार है।
बात अगर नैनीताल जिले की करें तो यहां के पहाड़ी क्षेत्र के चार विकासखंडों बेतालघाट, धारी, ओखलकांडा और रामगढ़ में करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ। अब इंतजार 28 जुलाई का है जब हल्द्वानी, भीमताल, रामनगर, कोटाबाग के वोटर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
इस बीच स्थानीय पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जब हल्द्वानी से लेकर हल्द्वानी, गौलापार, चोरगलिया, लालकुआं तक ग्रामीण अंचल में वोटर्स और प्रत्याशियों की नब्ज टटोलने की कोशिश की तो हालत हर बार से ज्यादा बिगड़े नजर आए।
सबसे पहले गौलापार चोरगलिया क्षेत्र की बात करते हैं यहां वोटर्स को अपने पाले में करने के लिए सबसे ज्यादा खर्चा जिला पंचायत प्रत्याशी कर रहे हैं। नोट के साथ साथ शाम को कुछ मालदार प्रत्याशियों के घर के बाहर खुलेआम शराब बंट रही है। शराब के क्वार्टर के साथ साथ ठंडे पानी की बोतल और खाने पीने का भरपूर इंतजाम है।
कुछ ऐसा ही हाल कमोबेश लालकुआं और हल्द्वानी ब्लॉक के मालदार प्रत्याशियों के घर के बाहर भी है। सबसे ज्यादा पैसा यहां भी जिला पंचायत के दावेदार उड़ा रहे हैं। यहां उमस भरी सुबह से दोपहर तक समर्थक नेताजी के साथ चल रहे हैं। उनके नाश्ता पानी से लेकर दिन के खाने का इंतजाम हो रहा है। और शाम को नेताजी के घर के बाहर दारू भी दिल खोलकर बंट रही है। खाने पीने का इंतजाम तो है ही।
कुल मिलाकर वोटर को अपने पाले में करने के फुल इंतजाम हो रहे हैं। लेकिन यहां दूर दूर तक न तो नैनीताल पुलिस है और न हीं जिला निर्वाचन के वो अधिकारी जो निष्पक्ष चुनाव और वोटर्स को प्रभावित करने वाले हथकंडों की रोकथाम के बातें करते हैं।
फिलहाल शराब के शौकीन वोटर्स तो खुश हैं हैं लेकिन जब वो नशे में धुत घर पहुंच रहे हैं तो उनके घरवाले प्रत्याशी को गाली देने से नहीं चूक रहे हैं।
खैर, पीने पिलाने का दौर हल्द्वानी, भीमताल, रामनगर, कोटाबाग में जारी हैं। कहीं प्रत्याशियों ने नोट बांटने शुरू कर दिए हैं कहीं कहीं चुनाव से एक रात पहले नोट बांटने की तैयारी है।
अगली खबर में आपको उन प्रत्याशियों के नाम मय सबूत के साथ बताएंगे जिन्होंने लोकतंत्र के इस महापर्व को अपने काली कमाई से खरीदने की तैयारी की है। लेकिन अपील यही करेंगे कि अगर आप वोटर हैं तो अपने मत का उपयोग सोच समझकर करिए।
अगर अभी शराब और चंद नोटों में बिकेंगे तो फिर अपने क्षेत्र की मूलभूत जरूरतों के लिए पांच साल तक तरसते ही रहेंगे। और आपके साथ ऐसा हो, यह हम बिल्कुल भी नहीं चाहेंगे।
















