छायावाद की प्रमुख स्तंभ कवयित्री महादेवी वर्मा के 118 वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में काव्य पाठ व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन
रिपोर्टर बलवंत सिंह रावत
रानीखेत। स्वर्गीय जयदत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत (अल्मोड़ा) में हिंदी विभाग के तत्वाधान में छायावाद की प्रमुख स्तंभ कवयित्री महादेवी वर्मा के 118 वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में एक काव्य पाठ व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विभाग प्रभारी डाॅ०निर्मला जोशी द्वारा किया गया ।उन्होंने बताया कि महादेवी वर्मा रहस्यवाद और छायावाद की कवयित्री थी ।
उनके काव्य में आत्मा परमात्मा के मिलन, विरह तथा प्रकृति के व्यापारों की छाया स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होती है। वेदना और पीड़ा महादेवी जी की कविता के प्राण रहे। उनका समस्त काव्य वेदनामय है ।
कार्यक्रम में उपस्थित विभाग की प्राध्यापिका डॉ कुसुम लता द्वारा महादेवी वर्मा के जीवन पर प्रकाश डाला ।
डॉ रेखा भट्ट ने उनकी वेदनामयी कविताओं के परिप्रेक्ष्य में महादेवी वर्मा के संवेदनात्मक पक्ष पर प्रकाश डाला।
पोस्टर प्रतियोगिता एवं काव्य पाठ में हिंदी विषय के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ सुमिता गडकोटी द्वारा किया गया।