रानीखेत। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी द्वारा दिव्यांगजन एवं वंचित वर्ग की उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु आज 12 दिसंबर 2025 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रानीखेत में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम एवं कार्यशाला आयोजित की गई।
सूच्य है कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय उत्तराखंड राज्य का एकमात्र सरकारी विश्वविद्यालय है जो दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से उच्च शिक्षा प्रदान करता है।
साथ ही, महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा ‘एक विश्वविद्यालय – एक शोध’ के अंतर्गत राज्य के प्रत्येक सरकारी विश्वविद्यालय को प्रदेश के विकास हेतु शोध करने के निर्देश दिए गए हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी ने की, जिन्होंने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुँचाना विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
प्रो. गिरिजा पांडे, निदेशक RSD ने दिव्यांग एवं वंचित जनों के लिए उपलब्ध शैक्षणिक अवसरों पर प्रकाश डाला।
रजिस्ट्रार खेमराज भट्ट ने दूरस्थ शिक्षा की सामाजिक उपयोगिता पर अपना संबोधन दिया।
कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए विशेष वर्कशॉप आयोजित की गई, जिसमें UOU के स्पेशल एजुकेशन विभाग के डाॅ. सिद्धार्थ पोखरियाल तथा डाॅ. अंकिता द्वारा दिव्यांगजन की शिक्षा एवं सहयोगात्मक तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन रुचि आर्या, असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर, रानीखेत रीजन ने किया।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत के प्रिंसिपल प्रो. पुष्पेश पांडे ने विश्वविद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम वंचित वर्गों तक उच्च शिक्षा पहुँचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम का वोट ऑफ थैंक्स डाॅ. जे. एस. रावत, रीजनल डायरेक्टर, रीजनल सेंटर रानीखेत द्वारा प्रस्तुत किया गया।

