अल्मोड़ा। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सल्ट खुमाड़ में 5 सितंबर 1942 को हुई क्रांति के शहीद नायकों को आज पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया। साथ ही उनके बलिदान को देश की आजादी के लिए मिल का पत्थर बताया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली रूप से कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। मुख्यमंत्री ने सल्ट क्रांति के नायकों को श्रद्धांजलि दी तथा उनके बलिदान को देश की आजादी में मील का पत्थर बताया।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी में सल्ट खुमाड़ क्रांति का विशेष महत्व है। क्रांति के योद्धाओं को उन्होंने याद कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
मुख्यमंत्री ने वर्चुअली रूप से जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उस दौर में अंग्रेजों ने हमारे देश की अर्थव्यवस्था को अपने हाथों में लेकर देश को गुलामियत की जंजीर में जकड़ लिया था।
देश के नेतृत्वकर्ताओं ने स्वदेशी अपनाकर अपने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास किया था। आज भी हमें स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर हमें स्वदेशी उत्पादों को अपनाना चाहिए तथा अपने उत्पादों को महत्व देना चाहिए़। हमें और हमारी आने वाली पीढ़ी को ये याद रखना चाहिए कि इस देश को आजाद करने के लिए लाखों लोगों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है।
उन बलिदानियों के कारण ही आज हम अपने अधिकारों के साथ स्वतंत्र होकर इस देश में जी रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार देश के स्वतंत्रता सेनानियों एवं सैनिकों के प्रति सम्मान का भाव रखती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार देश के आत्मसम्मान एवं इसकी संप्रभुता के प्रति समर्पित है।
शुक्रवार को आयोजित सल्ट क्रांति दिवस में खुमाड़ शहीद स्मारक पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने आजादी की लड़ाई में शहीद हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने खुमाड़ शहीद स्थल पहुंचकर दो सगे भाईयों खीमानंद, गंगाराम सहित बहादुर और चूड़ामणि को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, और सभी शहीदों की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किए।
खुमाड़ के बलिदानियों को देखते हुए महात्मा गांधी ने इसे कुमाऊँ की बारदोली का नाम दिया। विधायक महेश जीना ने भी क्रांति के वीरों को पुष्पांजलि अर्पित की ।
