उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरक सिंह रावत इन दिनों भारतीय जनता पार्टी पर बेहद मुखर होकर बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
हरक सिंह रावत ने एबीपीलाइव से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने 30 करोड़ रुपये खनन माफिया से इकट्ठे किए थे, जिसमें उन्होंने भी लगभग एक करोड़ के आसपास योगदान दिया था।
उन्होंने इसको लेकर जांच करने की बात की है. उनका कहना है कि सरकार जांच कराए, इसके लिए मेरी भी जांच कराई जाए।
हरक सिंह रावत ने भारतीय जनता पार्टी पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाया है. हरक सिंह रावत का कहना है कि प्रदेश में इस वक्त भ्रष्टाचार की नदियां बह रही हैं.हरक सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगभग 5 साल वन मंत्री का पद संभाल चुके हैं।
उनके समय में ही पाखरोसफारी कांड हुआ था, जिसकी जांच ईडी और सीबीआई ने की थी.वहीं हरक सिंह रावत ने एक अजीब कसम खाई है, हरक सिंह रावत का कहना है कि वह तब तक किसी भी प्रकार की कोई माला नहीं पहनेंगे जब तक कि उत्तराखंड से बीजेपी की सरकार को हटवा नहीं देते।
जांच कराई जाए तो बीजेपी के सभी नेता जेल में होंगे- हरक सिंह रावत
कांग्रेस नेताहरक सिंह रावत ने प्रदेश के कई बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हरक सिंह रावत का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के सभी नेताओं की जांच कर ली जाए।
सरकार आने से पहले उनके पास कितनी संपत्ति थी, वह कहां नौकरी करते थे, उन्होंने कौन सा व्यवसाय किया और उनके पास आज इतनी संपत्ति कहां से आई? अगर जांच कराई जाए तो बीजेपी के सभी नेता जेल में होंगे।
हरक सिंह रावत ने एक बार साफ किया है कि वह भारतीय जनता पार्टी में अब कभी नहीं जाएंगे. 2027 में अगर कांग्रेस चाहेगी तो वह चुनाव लड़ेंगे और नहीं चाहेगी तो नहीं लड़ेंगे।
वहीं, हरक सिंह रावत ने एक और दावा किया कि मैं चेतावनी देता हूं और चैलेंज देता हूं बीजेपी को कि वह चाहे जहां से मेरे सामने किसी को भी चुनाव लड़ा दे, मैं चुनाव जीत के दिखाऊंगा.
हरक सिंह रावत खुद भ्रष्टाचार की जीती जागती मूर्ति रहे हैं- बीजेपी
बता दें कि हरक सिंह रावत अपने राजनीतिक जीवन में कई पार्टियों में रहे हैं – बीजेपी, कांग्रेस, बसपा. और राज्य में लगभग 8 से 9 बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
वहीं बीजेपी ने हरक सिंह रावत पर पलट वार करते हुए उनको अवसर वादी बताया है, साथ बीजेपी ने कहा है कि हरक सिंह रावत की बातों में कोई दम नहीं वो खुद भ्रष्टाचार की जीती जागती मूर्ति रहे हैं।
