हल्द्वानी। बुद्ध पार्क में ज्योति मेरे हत्याकांड में फरार अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की असफलता के लिए और पुलिस की गुंडागर्दी के लिए एसएसपी की बर्खास्त की को लेकर चौथे दिन धरना जारी रहा।
धरने में मौजूद प्रवक्ताओं ने कहा कि जिस तरीके से पुलिस इस मामले को दबाना चाहती है हमें लगता है अंकित भंडारी हत्याकांड की तरफ इस मामले में भी कोई वीआईपी है, जिसको बचाने का दबाव है पुलिस के उप्परl जिले के पुलिस कप्तान अपनी जिम्मेदार ड्यूटी पूरी करने मैं सक्षम नहीं हें।
अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं है। पुलिस हत्यारों के साथ दोस्ताना व्यावहार कर रही है और पीडित परिजनों पर अत्याचार कर रही है को किसी भी प्रकार का कोई डर नहीं है यही कारण है की राज्य में अपना तफरी चाहिए अपना विश्वास होता जा रहा है।
कविता जीना ने कहा कि पुलिस कप्तान के आदेश पर ही पीड़ित पक्ष पर न्याय मांगने मैं अत्याचार हो रहा हैl महिलाओं द्वारा बेटी का चरित्र हनन जैसी ख़बरों को सोशल मीडिया मैं डाला जा रहा है और हमारे सोशल मीडिया पोस्टों में कमेन्ट किया जा रहा है।
कोतवाल द्वारा पहाडी आर्मी उत्तराखण्ड के अध्यक्ष का गले को पकडना महिलाओं को भारी बारिश मैं SSP प्रांगण गेट मैं खड़ा करना और अभद्र भाषा का उपयोग करना, पीडिता की माँ को घसीटना सब कुछ SSP नैनीताल के कहने पर हुआ है।
प्रेमा मेर जी ने कहा कि गुरमीत नाम का व्यक्ती भी हत्यारा हो सकता है, जो ज्योति को कहता था कि अलग सेंटर लालकुआं मैं खोलना चाहता हूं। ज्योति मेर ने गुरमीत नामक व्यक्ती पर बुरी नजर और अय्याश होने की चर्चा प्रेमा मेर से की थी और उसका शोषण होने चिंता जतायी थी।
पुलिस चौकी तथा पुलिस थाने का व्यावहार शुरुवात से उनके साथ गलत रहा है और जब तहरीर एप्लिकेशन मैं उन्होंने अभय रघुवंशी, अजय रघुवंशी और उनकी पत्नी का नाम लिखा तो पुलिस के किसी व्यक्ती ने उनकी पांचवी तहरीर एप्लिकेशन फाड़ दी थी तथा चिल्लाया था कि क्यों अजय रघुवंशी की पत्नी का नाम का जिक्र किया / नाम लिखा।
अजय रघुवंशी की पत्नी भी हत्या के लिए जिम्मेदार है क्यों कि वो भी योगा सेंटर की भागीदार है। दीपा पांडे जी ने कहा कि पुलिस क्यों नहीं हत्यारों के परिवार जनों को थाने मैं बंद करती है और क्या पुलिस को टीम हत्यारों को ढूंढ भी रही है या नहीं। क्या पुलिस ने पहले ही पूरे घटना क्रम को मैनेज कर लिया था तो अजय रघुवंशी कहाँ है।
जिले के कप्तान सवालों के घेरे पर है यदि एसएसपी घटनाओ को रोकने में असफल हो रहें है तो उनको बर्खास्त कर देना चाहिएl जिला अध्यक्ष पहाडी आर्मी उत्तराखण्ड मोहन कांडपाल जी ने कहा कि पुलिस 20 दिन होने के बाद भी हत्यारों को पकड़ने में असमर्थ है।
पुलिस पक्का VIP को बचाना चाहती है? उन्होंने बेटी को न्याय दिलाने के लिए किए गए जनता से धरने को समर्थन देने की अपील की।
उन्होंने कहा ज़ब तक अपराधी पकड़े नहीं जायेगे आंदोलन चलता रहेगा ।इस दौरान जिला अध्यक्ष मोहन कांडपाल, नगर अध्यक्ष फौजी भुवन पाण्डेय, आयेंन्द्र शर्मा, Cmdt आर पी सिंह, नगर अध्यक्ष विनोद नेगी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपा पांडे, प्रेमा मेर, कविता जीना, हिमांशु जोशी, पंकज फूलारा, कमलेश खण्डूरी, कमलेश सिंह चंद, आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।















