महंगा पड़ा बैंक लोन पर जमानतदार बनना, दिवालिया हो गया ये अरबपति कारोबारी, चुकाना पड़ा 24000 करोड़ का कर्ज

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बेटी की शादी में खर्च किए थे 550 करोड़

नई दिल्ली। देश में ऐसे कई बिजनेसमैन हैं जिन्होंने अपनी मेहनत से नाम कमाया तो कुछ ऐसे भी हैं जिनका नाम डूब गया. प्रमोद मित्तल की कहानी कुछ ऐसी ही है. कभी अरबपति बिजनेसमैन रहे फिर दिवालिया हो गए।

हैरान करने वाली बात है कि प्रमोद मित्तल, मशहूर स्टील कारोबारी लक्ष्मी निवास मित्तल के भाई हैं. आइये आपको बताते हैं आखिर ऐसा क्या हुआ कि प्रमोद मित्तल दिवालिया हो गए. प्रमोद मित्तल इस्पात इंडस्ट्रीज लिमिटेड (अब JSW इस्पात स्टील) के चेयरमैन थे. एक वक्त था जब प्रमोद मित्तल की गिनती भी अरबपति कारोबारियों में की जाती थी।

प्रमोद मित्तल की हैसियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने साल 2013 में अपनी बेटी सृष्टि की शादी पर लगभग 550 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

वक्त ने ऐसी करवट ली कि 2020 आते-आते प्रमोद मित्तल को लंदन की एक अदालत ने दिवालिया घोषित कर दिया।

महंगी पड़ी बैंक गारंटी

प्रमोद मित्तल को GIKIL (ग्लोबल इस्पात कोकसना इंडस्ट्री डू लुकावैक) के दो अन्य अधिकारियों के साथ 2019 में धोखाधड़ी के आरोप में बोस्निया में गिरफ्तार किया गया था।

दरअसल, प्रमोद मित्तल GIKIL नामक एक बोस्नियाई कोक उत्पादक को मिले लोन के लिए गारंटर बनने थे. लेकिन, GIKIL लंदन में अपनी स्टील ट्रेडिंग गारंटर फर्म को रिपेमेंट नहीं कर सका।

कुछ नहीं बचा सिवाय संपत्ति के

बताया जाता है कि दिवालिया होने के बाद प्रमोद मित्तल की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि उन्हें अपने रोज के खर्चों के लिए परिवार पर निर्भर रहना पड़ा. उन पर 13 करोड़ पाउंड से ज्यादा का कर्ज था. जिस वक्त प्रमोद मित्तल का बुरा दौर शुरू हुआ उस समय उनकी उम्र 68 साल थी।

उन्होंने अपने लेनदारों को 2.5 अरब पाउंड (उस समय लगभग 24,000 करोड़ रुपये) का भुगतान किया. कोर्ट को दी अपने दिवालियापन की अर्जी में उन्होंने बताया कि उनके पास कोई व्यक्तिगत आय नहीं बची है, सिवाय दिल्ली में एक संपत्ति के।

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