रिपोर्ट- बलवन्त सिंह रावत
रानीखेत। गुलदार व जंगली जानवरों की गणना व निगरानी हेतु विकासखण्ड ताड़ीखेत के अंतर्गत बग्वाली-रौतेला, सिंगोली-डोबा, तड़ी ज्यूली- सिरखें क्षेत्रों में गुलदार के आतंक को देखते हुए विभाग द्वारा ट्रेप कैमरे लगाए जाने का निर्णय लिया गया है।
बता दे कि 10 अगस्त 2023 को क्षेत्र पंचायत ताड़ीखेत की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि के तौर पर हेमंत सिंह रौतेला ने शामिल होकर वन विभाग से क्षेत्र में गुलदार आदि जंगली जानवरों की गणना व निगरानी हेतु ट्रेप कैमरों को लगवाने की मांग की थी।
जिससे क्षेत्र में जंगली जानवरों की सक्रिय गतिविधियों का पता चल सके।
सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत सिंह रौतेला ने बताया कि ग्राम बग्वाली-रौतेला, सिंगोली-डोबा, तड़ी ज्यूली- सिरखें आदि क्षेत्रों में गुलदार द्वारा कई पालतू जानवरों को मारा गया, और गांव घरों में दिन दहाड़े गुलदार देखे जा रहे हैं।
जिससे लोगों में दहशत का माहौल है, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश स्कूली बच्चे रानीखेत पैदल आना-जाना करते हैं। जिससे उनको भी खतरा बना हुआ है।
इसी क्रम मे सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत सिंह रौतेला ने वन क्षेत्राधिकारी गनियाद्योली के माध्यम से प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा के नाम ज्ञापन भेजकर जल्द से जल्द ट्रेप कैमरे को लगवाने का अनुरोध किया। जिससे क्षेत्र में जंगली जानवरों की सक्रिय गतिविधियों का पता चल सके।
वन क्षेत्राधिकारी तापश मिश्रा ने बताया कि रानीखेत वन क्षेत्र में मानव वन्य जीव संघर्ष के अंतर्गत जो भी गुलदार की गतिविधियां हैं, उनका एक नॉर्मल आंकड़ा लेने के लिए हम एक ऐक्टर्स करेंगे, जिसमें की जो भी हमें विभागीय कार्यालय से ट्रैप कैमरा प्राप्त हुए हैं, उनको जगह जगह प्लेस करेंगे, चिन्हित करेंगे।
मानव वन्य जीव संघर्ष के जितने भी हमारे पास मामले हैं, और लेपर्ड से संबंधित जितनी भी हमें कॉल आई हैं, उनके आधार पर क्षेत्र चिन्हित कर ट्रैप कैमरा लगाकर इनकी पॉपुलटी का एक आंकड़ा लगाने की कोशिश की जाएगी।
इसमें हम लोगों से भी सहयोग लेंगे ताकि ट्रैप कैमरा हमें सुरक्षित और सही डेटा दे सकें।
उसके बाद जितनी भी हमें फाइंडिंग्स आएंगी, कितने मेल हैं, फीमेल हैं, कितने बच्चे हैं, उसके आधार पर जो भी हमें प्रभागीय कार्यालय से निर्देश प्राप्त होंगे, उसके आधार पर हमें आगे कदम बढ़ाना है और योजनाएं बनानी हैं।