उत्तराखंड के प्रो. कमल के. पांडे, पूर्व रजिस्ट्रार कुमाऊँ विश्वविद्यालय और पूर्व निदेशक, उच्च शिक्षा, जिन्हें “उच्च शिक्षा में छात्रों का सतत् कल्याण: सामूहिक उत्तरदायित्व” पुस्तक के लिए भी जाना जाता है, को हाल ही में नई दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च एंड गवर्नेंस (सीपीआरजी) की सलाहकार समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है।
मंडी हाउस, नई दिल्ली स्थित सीपीआरजी शिक्षा, सामाजिक नीति, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, सुशासन, क्षेत्रीय विकास, सुरक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति सहित कई क्षेत्रों में गहन शोध और प्रभावी नीति निर्माण के लिए सक्रिय है।
यह संस्था विशेषज्ञों और समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़कर व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करती है और युवाओं को नीति निर्माण और शासन में करियर बनाने के लिए प्रशिक्षण तथा अवसर प्रदान करती है।
इसके अलावा, सीपीआरजी विभिन्न कार्यक्रम, फेलोशिप, सेमिनार और संवाद आयोजित करके नीति निर्माताओं, विद्वानों और युवाओं को जोड़ता है, ताकि प्रभावी और सहभागी नीति निर्माण को बढ़ावा दिया जा सके।
इस अवसर पर सीपीआरजी के निदेशक डॉ. रामानंद ने कहा, “प्रो. कमल के. पांडे जैसे अनुभवी शिक्षाविद और नीति विशेषज्ञ के जुड़ने से हमारे कार्य की गुणवत्ता और प्रभावशीलता निश्चित रूप से और बढ़ेगी।
उनका मार्गदर्शन सीपीआरजी को नीति निर्माण और शोध के क्षेत्र में नई दिशा, ऊर्जा और गहनता प्रदान करेगा।”
