द्वाराहाट वन क्षेत्र के तड़ाकताल और गोग्यानी में वनाग्नि की घटना,वन विभाग की टीम ने आग पर पाया काबू

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रानीखेत। द्वाराहाट वन क्षेत्र के तड़ाकताल और गोग्यानी में वनाग्नि की घटना सामने आई।

दुर्गम भूभाग और गहरी ढलानों के कारण आग बुझाने में चुनौतियां आईं, लेकिन वन विभाग की त्वरित और सटीक कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।

वन विभाग ने 50 सदस्यों की दो टीमों को घटनास्थल पर तुरंत भेजा। टीमों ने लगातार प्रयास करते हुए पूरे दिन आग बुझाने का कार्य जारी रखा।

आग को फैलने से रोकने और संभावित खतरे को समाप्त करने के लिए कंट्रोल्ड फायर की तकनीक अपनाई गई।

इससे क्षेत्र में कई बार अलर्ट की स्थिति उत्पन्न हुई, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक था कि आग दोबारा न भड़के।

ढूंठ और जले हुए अवशेषों के कारण भी बार-बार अलर्ट मिल रहे हैं, जिसे लेकर विभाग सतर्क है। क्षेत्र में गश्त और निगरानी जारी है।

प्रभागीय वनाधिकारी, अल्मोड़ा  दीपक सिंह ने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति की निगरानी की। उन्होंने मौके पर मौजूद कर्मचारियों को सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए और स्टाफ को इस तरह की आपात स्थितियों से निपटने के लिए सावधानी बरतने के निर्देश दिए।

उप प्रभागीय वनाधिकारी, अल्मोड़ा श्री चैतन्य काण्डपाल और वन क्षेत्राधिकारी, द्वाराहाट भी मौके पर उपस्थित रहे और उन्होंने फील्ड टीमों का नेतृत्व किया।

वन विभाग की तत्परता और समर्पण से आग पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया, और स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।

विभाग ने इस घटना से न केवल आग पर काबू पाया, बल्कि कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।

वन विभाग द्वारा क्षेत्र की सतत निगरानी और गश्त जारी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को समय रहते रोका जा सके।

विभाग ने स्थानीय समुदायों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत वन विभाग को दें।

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