रानीखेत : विकासखण्ड ताड़ीखेत के सौनी-देवलीखेत व जालीखान में शराब की दुकान खोलने का विरोध

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 सौनी-देवलीखेत व जालीखान में शराब की दुकान खोलने का विरोध, ग्रामीणों ने कहा निर्णय वापस नहीं लिया तो जनांदोलन। 

नायब तहसीलदार रानीखेत पहुंचे ज्ञापन लेने

रिपोर्ट- बलवन्त सिंह रावत 

रानीखेत। विकासखण्ड ताड़ीखेत के गांव सौनी देवलीखेत व जालीखान में नव सृजित शराब की दुकान स्वीकृति व अवैध शराब बिक्री के विरोध में गांव सौनी में क्षेत्रीय जनता के साथ जन जागरण अभियान चलाकर सयुंक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत के माध्यम से जिलाधिकारी अल्मोड़ा को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन को नायब तहसीलदार रानीखेत को सौपा गया।

बता दे कि ताड़ीखेत ब्लॉक के ज़ालीखान और पवित्र बिनसर महादेव मार्ग सोनी-देवलीखेत के मध्य शराब की नई दुकानें खोलने का टैंडर आबकारी अधिकारी अल्मोड़ा द्वारा निकाला गया है। 

ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि उक्त दोनों ही ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां अच्छे अस्पतालों, युवाओं के लिए खेल मैदानों, काश्तकारों द्वारा उचित विपणन की व्यवस्था मांगे वर्षों से होती रही है, जो आज तक पूरी नहीं की जा सकी लेकिन बिना ग्रामीणों की राय जाने, बिना माता बहनों का पक्ष जाने शराब की दुकान खोलने के आदेश का टेंडर निकाल कर प्रशासन और शासन ने जनता की भावनाओं को भड़काने का कार्य किया है।

यही नहीं क्षेत्रीय जनता के मध्य से विधानसभा के लिए चुने गए जनप्रतिनिधि भी विधायक बनने से पूर्व महिलाओं के मध्य जाकर शराब बंद करवाए जाने की शपथ लेकर माताओं का मत अपने पक्ष में करवाने मे सफल रहे हैं और वर्तमान में वे भी और उनकी नशा हटाओ, पलायन रोको, पहाड़ बचाओ समिति खोजने से भी क्षेत्रीय जनता को नहीं मिल रही है।

 इससे स्पष्ट है कि क्षेत्रीय प्रतिनिधि, प्रशासन और शासन की मिलीभगत से यह कुकृत्य करने का कार्य किया जा रहा है।

ज्ञापन मे यह भी कहा गया है कि जहां एक और पलायन से लगातार गांव के गांव खाली हो रहें हैं वहीं राजस्व प्राप्त हेतु गांवों में शराब की दुकान खोलने का काम किया जा रहा है, जों घोर निंदनीय है।

जिला प्रशासन अल्मोड़ा अविलंब उक्त दुकानों के टेंडर कों खारिज करें, नहीं तो क्षेत्रवासियों के साथ उग्र आंदोलन के लिए क्षेत्रीय जनता बाध्य होंगी। जहा गांव गांव शराब की दुकान खुलने से समूचा उत्तराखंड नशे की जद में होगा।

ऐसे में यदि इन टेंडरों को वापस ही लिया जाता, तब तक ग्रामीणो द्वारा गांव गांव जाकर जनजागरण अभियान चलाने का कार्य किया जाएगा।

यदि इसके बाद भी शराब की ये दुकानें बंद नहीं की गई तो समस्त ग्रामीणों के साथ मिलकर जिला प्रशासन और जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान विक्रम उपाध्याय, सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत रौतेला, मंजू देवी, ख़ेम चंद्र उपाध्याय, विपिन उपाध्याय, देवकी देवी, गंगा देवी, राधा देवी, भावना देवी, गीता देवी, गीता पंवार, रेवती देवी, जानकी नगरकोटी, हेमा देवी, प्रदीप उपाध्याय, हेमन्त उपाध्याय, कमल नगरकोटी, पूर्व प्रधान डाबर नैन सिंह, जानकी उपाध्याय सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।


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