महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला,दोनों ने लाश को एक बोरे में भरा
सुनसान स्थान पर पहुंचे और उसमें आग भी लगा दी
जयपुर। यूपी के मेरठ की तरह जयपुर में भी एक खौफनाक वारदात सामने आई है. जयपुर के मुहाना थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला. हत्या के बाद लाश ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।
दोनों ने लाश को एक बोरे में भर लिया. बोरे को बाइक पर रखकर सुनसान स्थान पर पहुंचे और उसमें आग भी लगा दी. हालांकि सीसीटीवी कैमरे में तस्वीरें कैद होने के बाद पकड़े गए।
जयपुर के मुहाना के भीड़भाड़ वाले इलाके में एक जगह नहीं कई जगह ये बोरा ले जाते सीसीटीवी में कैद हुए. दोनो शव लेकर सुनसान जगह पहुंचे और आग लगा दी।
दोनों भूल गए कि रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरो में तस्वीरें कैद हो गई हैं. सबूत मिटाने की कोशिश नाकाम हुई और पुलिस ने दोनों को दबोच लिया.
डीसीपी साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि 16 मार्च को मुहाना थाने क्षेत्र में रिंग रोड के पास एक डेड बॉडी पड़े होने की सूचना प्राप्त हुई. पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा तो डेडबॉडी आधी जली हुई थी।
मुहाना पुलिस की टीम ने कुछ ही घंटों बाद मृतक की शिनाख्त कर ली. मृतक का नाम धन्नालाल सैनी था. वह मूल रूप से सवाई माधोपुर का रहने वाला था. अपनी पत्नी के साथ जयपुर में रहकर वह हटवाड़े में सब्जी की दुकान लगाता था।
सब्जी बेचकर वह अपने परिवार का गुजारा कर रहा था. रिंग रोड स्थित नेवटा पुलिया के पास डेड बॉडी पड़ी हुई थी. वहां पहुंचने वाले सारे रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. दूर तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक बाइक पर एक युवक पीछे बैठी महिला और बीच में रखा बड़ा सा बोरा दिखाई दिया।
पूरा रूट पुलिस ने ढूंढ निकाला. बाइक पर प्लास्टिक का बोरा पकड़े बैठी महिला गोपाली देवी मृतक धन्नालाल सैनी की पत्नी थी. पुलिस ने गोपाली देवी से पूछताछतो वो कुछ नहीं बता रही थी. बाद में उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो वह चौंक गई. उसने हत्या करने और लाश ठिकाने लगाने की पूरी कहानी पुलिस को बता दी।
दीनदयाल कुशवाह और गोपी के बीच थे अवैध संबंध
मृतक अपनी पत्नी के साथ जयपुर में रहकर वह हटवाड़े में सब्जी की दुकान लगाता था. सब्जी बेचकर वह अपने परिवार का गुजारा कर रहा था. मृतक धन्नालाल सैनी की पत्नी गोपाली देवी उर्फ गोपी पिछले पांच साल से किसी अन्य व्यक्ति के संपर्क में थी. सांगानेर के कशीदों वाली की गली स्थित श्याम फैशन के मालिक दीनदयाल कुशवाह और गोपी के बीच प्रेम-प्रसंग था।
दोनों के बीच कई बार संबंध भी बने. गोपी ने पुलिस को बताया कि उसका पति हटवाड़े में सब्जी की दुकान लगाता था. वह पति को यही बताती थी कि वह एक फैक्ट्री में मजदूरी करने जाती है लेकिन वह दीनदयाल कुशवाह की दुकान पर जाती थी. दिनभर वहीं पर समय बिताया करती थी।
15 मार्च ने पति ने दोनों को एकसाथ पकड़ा
दिगंत आनंद डीसीपी वेस्ट जयपुर ने बताया कि कुछ दिनों पहले पति धन्नालाल सैनी को अपनी पत्नी पर शक हुआ. उसने अपनी पत्नी पर नजर रखनी शुरू कर दी. 15 मार्च को पत्नी को बिना बताए उसने पीछा करना शुरू कर दिया. फैक्ट्री पर मजदूरी का बहाना बनाकर निकली गोपी सीधे सांगानेर पहुंच गई. पति धन्नालाल भी उससे नजरें बचाकर पीछे-पीछे पहुंच गया।
वहां कशीदों वालों की गली स्थित एक कपड़े की दुकान पर पहुंचा तो वहां पर गोपी बैठी हुई मिली. साथ में दुकानदार दीनदयाल कुशवाह भी बैठा हुआ था. दोनों बातें करते हुए मिले. धन्नालाल ने अपनी पत्नी को दीनदयाल के साथ देखा को उसने झगड़ा शुरू किया।
इसके बाद गोपी और दीनदयाल ने धन्नालाल को समझाते हुए शांत होने की गुजारिश की और एक कमरे में ले गए. वहां पर गोपी और दीनदयाल ने मिलकर धन्नालाल के सिर पर लोहे के भारी हथौड़े से वार कर दिया. सिर पर गंभीर चोट लगने पर धन्नालाल की मौत हो गई।
हत्या के बाद शव के पास दोनों बैठे रहे
काफी देर तक गोपी और दीनदयाल कुशवाह शव के पास बैठे रहे. बाद में शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. दीनदयाल कपड़े का व्यापारी था।
उसने लाश को प्लास्टिक से कवर करते हुए एक बड़े से बोरे में डाल दिया. बाद में फिर से प्लास्टिक लगाते हुए एक और बोरे में पैक कर दिया. दीनदयाल और गोपी ने मिलकर शव को बोरे में पैक किया और फिर बाइक पर रखकर सुनसान स्थान की ओर रवाना हुए।