वन क्षेत्राधिकारी रानीखेत तापस मिश्रा के नेतृत्व मे ताड़ीखेत मॉडल क्रू स्टेशन में वनाग्नि से बचाव हेतु जन-जागरूकता बैठक का आयोजन।
रिपोर्ट- बलवन्त सिंह रावत
रानीखेत। वन क्षेत्राधिकारी रानीखेत तापस मिश्रा के नेतृत्व मे वनाग्नि रोकथाम के लिए क्रु स्टेशन ताड़ीखेत मे वनो को आग से बचाने एवं जन-जागरूकता के लिए क्षेत्रीय जनता के साथ एक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में वनों में आग लगने के कारण एवं उसके दुष्परिणाम, आग से बचाव हेतु स्थानीय सहयोग की महत्ता, महिलाओं की भूमिका एवं सहभागिता, ग्रामवासियों द्वारा आग रोकथाम में निभाई जाने वाली जिम्मेदारियाँ जैसे बिंदुओं पर चर्चा की गई। जिसके बाद अपने वन क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने के लिए स्वयं सहायता समूहो, सरपंच, महिला मंगल दल को पुरस्कार दिया गया।
वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा ने बताया कि रानीखेत वन क्षेत्र में पिछले दो महीने से जो भी कार्य किए जा रहे हैं। उनका मुख्य वन संरक्षक (कुमाऊं) द्वारा निरीक्षण किया गया था। इसी के चलते हमें रानीखेत वन क्षेत्र के जो भी वन पंचायतों के सरपंच, महिला मंगल दल, युवक और अन्य जो भी लोग वनाग्नि में हमारी मदद करना चाहते हैं, उनकी गोष्ठी का आयोजन किया गया है।
इसके माध्यम से हम लोगों से जन सहभागिता की अपील करेंगे। उन्होने कहा कि लोग ज्यादा से ज्यादा उत्तराखंड फॉरेस्ट फायर ऐप डाउनलोड करें, हमें जल्दी से जल्दी सूचना दें, हमारी मदद करें और हम कोशिश करेंगे कि अगले दो महीने जितनी भी फायर की घटनाएं होती हैं, उनको हम त्वरित कार्यवाही करते हुए रोक सकें।
वन क्षेत्राधिकारी ने कहा कि जो भी असामाजिक और अराजक तत्व ऐसे काम कर रहे हैं, और आग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं, उनको चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जा सकें।
इस अवसर पर प्रशासक हीरा सिंह रावत, जिला उपाध्यक्ष ध्यान सिह नेगी, उप प्रभागीय वनाधिकारी काकुल पुंडिर, तहसीलदार राजेश सिंह अधिकारी, वन दरोगा होशियार नाथ गोस्वामी, वन दरोगा विकास कुमार, वन दरोगा सुनील कुमार, वन आरक्षी जगदीश सिंह बिष्ट, वन आरक्षी हिमानी, वन आरक्षी विमला, वन आरक्षी नवीन चन्द्र तिवाड़ी सहित सरपंच एवं महिला मंगल दल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वन आरक्षी बलवन्त सिंह कनवाल ने किया।